फिंगेश्वर। अयोध्या में बन रहा भव्य मंदिर अब अपना मूल रूप लेने वाला है।आगामी पौष शुक्ल, द्वादशी, विक्रम संवत 2080, सोमवार दिनाँक 22 जनवरी 2024 के शुभदिन, प्रभु श्री राम के बाल रूप नूतन विग्रह को, श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे नवीन मंदिर भूतल के गर्भगृह में विराजित करके प्राण - प्रतिष्ठा की जाएगी। जिसमें देश के प्रमुख साधु संत, राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोग, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित मंदिर समिति के लोग उपस्थित रहेंगे।
अयोध्या में मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे भारत वर्ष में उत्साह का वातावरण है , प्रभु श्रीराम 550 वर्षों के बाद अपने महल में विराजमान हो रहे हैं। इसी कड़ी में अक्षत एवं आमंत्रण पत्र पूरे देश मे प्रत्येक घरों तक लेकर जाएंगे रामभक्त। अक्षत को प्रत्येक घरों तक पहुचाने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल को दी गई है। जिसके लिए गरियाबंद जिले से जिला संयोजक शिशुपाल सिंग राजपूत को बनाया गया है।
राजिम में अक्षत कलश दिनाँक 01 दिसंबर को लाया गया जिसका भव्य स्वागत गाजे बाजे एवं आतिशबाजी के साथ राजिम बस स्टैंड में किया गया। इसके पश्चात कलश को भगवान राजीव लोचन जी के मंदिर में ला कर पूजा अर्चना की गई। कार्यक्रम के जिला संयोजक श्री राजपूत ने बताया कि सन् 2020 - 21 को अयोध्या में प्रस्तावित भव्य मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश से सहयोग राशि ली गई थी। जिसमें गरियाबंद जिले के प्रत्येक गांव, नगरों, मोहल्लों से 9400000/-चौरानबे लाख, रुपये से भी अधिक राशि अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र को भेजी गई।
अब मंदिर निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र अयोध्या से अक्षत एवं आमंत्रण पत्र गरियाबंद जिले में आया है, जिसे जिले के रामभक्त एवं संगठन के कार्यकर्ता घर घर जाकर प्रत्येक घरों में आमंत्रण पत्र देंगे। हम सभी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या तो नही जा सकेंगे। लेकिन हम अपने घरों, नगर, मोहल्लों, ग्राम को ही अयोध्या बनाएंगे। आप भी प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूर्वांन्ह 11:00 बजे से 01:00 बजे के मध्य अपने ग्राम, मोहल्लों, कालोनी, में स्थित किसी भी मंदिर में आस पड़ोस के रामभक्तों को एकत्रित करके, भजन कीर्तन करें, टेलीविजन अथवा कोई प्रोजेक्टर (LED, स्क्रीन) लगाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह एवं कार्यक्रम में श्रीराम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामरक्षा स्त्रोत आदि का सामुहिक पाठ भी कर सकते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन सायंकाल सूर्यास्त के बाद अपने घरों के सामने देवताओं को प्रशन्न करने के लिए दीपक जलाकर दीपोत्सव भी मना सकते हैं। स्वागत समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल एवं नगर के अनेक लोग उपस्थित रहे।
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